Ababeel Birds Story in Quran | अबाबील पक्षियों की कहानी Surah Al-Fil में

अबाबील पक्षियों की कहानी (Story of Ababeel Birds in Quran) इस्लामिक इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना है, जो कुरान की सूरह अल-फील (Surah Al-Fil) में वर्णित है। जब यमन का राजा Abraha काबा शरीफ पर हमला करने आया, तब अल्लाह ने अबाबील (Ababeel) नामक छोटे पक्षियों की एक फ़ौज भेजी, जिन्होंने आग जैसे पत्थरों की वर्षा कर उसकी पूरी सेना को नष्ट कर दिया। यह घटना न सिर्फ अल्लाह की शक्ति का प्रतीक है, बल्कि ईमान और यकीन की मिसाल भी है।
कुरान की सूरह अल-फील (Surah Al-Fil, Chapter 105) में बताया गया है कि कैसे अल्लाह ने छोटे पक्षियों की एक फ़ौज भेजी जिन्हें अबाबील कहा गया। इन पक्षियों ने अभ्रा की हाथी वाली सेना पर गर्म पत्थरों की वर्षा की, जिससे वह पूरी सेना तबाह हो गई।
अयात (Surah Al-Fil): "क्या आपने नहीं देखा कि आपके रब ने हाथियों वालों के साथ क्या किया?... और उन पर पकी हुई मिट्टी के पत्थर फेंके।" (Quran 105:3-4)
हदीसों में भी अबाबील का ज़िक्र मिलता है। सही बुखारी में एक हदीस आती है जिसमें बताया गया है कि यह पक्षी अल्लाह के आदेश से आए थे और उन्होंने अभ्रा की सेना पर पत्थर फेंके थे। यह अल्लाह की शक्ति और काबा की हिफ़ाज़त की निशानी है।
यह घटना उस समय की है जब यमन के राजा अभ्रा ने मक्का के काबा को नष्ट करने का इरादा किया था। वह एक बड़ी सेना और हाथियों के साथ मक्का की ओर चला, लेकिन जब वह काबा के पास पहुंचा, तो अबाबील नामक पक्षियों का एक झुंड आया और उन्होंने उन पर जलते हुए पत्थर बरसाए। पूरी सेना नष्ट हो गई और मक्का सुरक्षित रहा।
अबाबील की घटना इस्लामी कैलेंडर के अनुसार "عام الفيل" (हाथी का वर्ष) में हुई थी, जो पैगंबर मुहम्मद ﷺ के जन्म से ठीक पहले की घटना मानी जाती है। इस घटना ने अरब समाज को गहराई से प्रभावित किया और यह आज भी कुरान की शिक्षाओं का एक अहम हिस्सा है।
अबाबील पक्षियों की घटना केवल एक कहानी नहीं, बल्कि यह इस बात का प्रमाण है कि अल्लाह अपने पवित्र घर की रक्षा स्वयं करता है। यह हमें अल्लाह पर भरोसा, उसकी शक्ति में विश्वास और सच्चे ईमान की सीख देती है।