इस्लामी महीनों के नाम और उनका महत्व | Islamic Months in Hindi with Significance | kis mahine mein kaun sa muslim festival hai
इस्लामी कैलेंडर में 12 पवित्र महीने होते हैं, जो चंद्रमा के अनुसार चलते हैं। इन महीनों का धार्मिक, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व है। इस लेख में हम इन सभी महीनों के नाम, उनकी विशेषताओं और धार्मिक घटनाओं की जानकारी देंगे।
1. मुहर्रम (Muharram)
मुहर्रम इस्लामी वर्ष का पहला महीना होता है और इसे 'मुहर्रमुल हराम' कहा जाता है।
- अशूरा का दिन: 10 मुहर्रम को अशूरा का दिन कहा जाता है जो शहादत और सब्र का प्रतीक है।
- रोज़ा: इस दिन रोज़ा रखना बहुत पुण्यकारी माना जाता है।
2. सफर (Safar)
सफ़र इस्लामी साल का दूसरा महीना है।
- इस महीने में भी इबादत और रोज़े का महत्व है।
- लोग अल्लाह से रहमत और बरकत की दुआ करते हैं।
3. रबीउल अव्वल (Rabi' al-Awwal)
इस्लामी साल का तीसरा महीना।
- मिलाद-उन-नबी: इसी महीने पैगंबर हज़रत मुहम्मद (ﷺ) का जन्म हुआ था।
4. रबीउस सानी (Rabi' al-Thani)
चौथा महीना जिसमें लोग अल्लाह की रहमत की दुआ करते हैं।
5. जमाद अल-उला (Jumada al-Awwal)
इस्लामी वर्ष का पाँचवां महीना। इबादत और रोज़ों का महत्व बना रहता है।
6. जमाद अस-सानी (Jumada al-Thani)
छठा महीना जिसमें लोग रोज़ा रखते हैं और दुआ करते हैं।
7. रजब (Rajab)
- इस्रा और मेराज: इसी महीने में पैगंबर मुहम्मद (ﷺ) को मेराज की रात जन्नत और जहन्नम दिखाए गए।
- इबादत: इस महीने को इबादत के लिए विशेष माना जाता है।
8. शाबान (Sha'ban)
- पैगंबर की शादी इसी महीने में हुई थी।
- शब-ए-बरात का त्योहार भी इसी महीने में आता है।
9. रमज़ान (Ramadan)
- रोज़े का महीना: मुसलमान पूरे महीने रोज़ा रखते हैं।
- कुरआन नाजिल: इसी महीने में कुरआन नाजिल हुआ था।
- ईद-उल-फितर: रमज़ान के अंत में ईद मनाई जाती है।
10. शव्वाल (Shawwal)
- ईद-उल-फितर शव्वाल के पहले दिन मनाई जाती है।
- छह रोज़े रखने का बहुत सवाब है।
11. जुल क़ादा (Dhu al-Qi'dah)
हज की तैयारी का महीना। यह भी हराम महीनों में से एक है।
12. जुल हिज्जा (Dhu al-Hijjah)
- हज: इस महीने में हज किया जाता है।
- अरफा का दिन: 9 जुल हिज्जा को होता है।
- ईद-उल-अज़हा: 10 जुल हिज्जा को कुर्बानी का त्योहार मनाया जाता है।
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