Shab e Barat Namaz ki Niyat | Shab e Barat Namaz Ka Tarika

shab e barat namaz ki niyat ka tarika

शबे बारात की नमाज

नमाज अल्लाह तआला ने मुसलमान पर फर्ज की है दुनिया को बेहतर और खुबसूरत बनाने के लिए नमाज बहुत ज़रूरी है। अल्लाह का कानून है किसी नेअमत की नाशुकरी मतलब अल्लाह की नाशुकरी है हमारी दुनिया भी खुबसूरत होती है और अल्लाह ने चाहा तो आखिरत भी होगी नमाज की बदौलत अल्लाह तआला रिज़्क़ मे खूब खूब बरकत देता है हमे और आपको चाहिए की हम ज्यादा से ज्यादा नमाज पढ़ने की कोशिश किया करें।

शबे बारात की नमाज की खासियत

हमे बताया गया है की शबे बारात की रात कसरत से अल्लाह की इबादत करनी चाहिए इससे हमारे हर दुआ कुबूल होती है और हमे शबे बारात की जो रात है अल्लाह तआला ने अता किया है जो हज़ारो रात से बेहतर है (अफज़ल) जानते हैं आओ अब जानते हैं---शब ए बरात की नमाज़ का तरीका

शबे बारात की नमाज़ का तरीका

  • बड़ी रात यानी शबे बारात की रात जो नफ़्ल (नफिल ) जो हम पढते है वो बाद नमाज़ मगरिब पढ़ी जाती है
  • 2X2X2 करके नमाज़ पढ़ना होता है
  • हर दो (2) रकात के लिए नीयत करे
  • इस बात का ध्यान रहे 2x2x2 यानी 6 रकात पढ़नी है।

पहली 2 रकात नमाज़ की नीयत

  • नीयत की मैने 2 रकात नमाज़ नफ़्ल
  • दराज़े उमर -बिल ख़ैर के लिए
  • वास्ते अल्लाह तआला के
  • मुह मेरा काबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर

दुसरी 2 रकात नमाज़ की नीयत

  • नीयत की मैने 2 रकात नमाज़ नफ़्ल
  • बलाओ से हिफाज़त के लिए
  • वास्ते अल्लाह तआला के लिए
  • मुह मेरा काबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर

तीसरी 2 रकात नमाज की नीयत

  • नीयत की मैने 2 रकात नमाज़ नफ़्ल
  • अपने सिवा किसी गैर का मोहताज न बनाने के लिए
  • वास्ते अल्लाह तआला के लिए
  • मुह मेरा काबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर

Note: नीयत बाधने का तरीका है की अल्लाहु अकबर कहते हुए दोनो हाथ कानो की लो तक ले जाए और नाफ के नीचे बाँध ले दाया हाथ ऊपर होगा और बाँया हाथ नीचे

शबे बारात की नमाज का तरीका

  • शबे बारात की नमाज़ पढ़ने का तरीका बहुत ही आसान है
  • अगर सुरह याद होतो बड़ी ही आसानी के साथ पढ़ा जा सकता है
  • कोई भी सूरह याद होतो नमाज़ आसानी से पढ़ सकते है
  • इसीलिए हमे सुरह याद करनी चाहिए
  • और हमे चाहिए की हम 2x2x2 रकात करके अपनी नमाज़ को पढले

Shab-e-Barat Ki Namaz Kitni Rakat Hai?

शब-ए-बारात की नफिल नमाज़ कुल 6 रकात होती है, जिसे 2-2 रकात के साथ (2×2×2) अदा किया जाता है।