सूरह मुल्क हिंदी में | Surah Mulk Hindi Mai

surah al mulk in hindi

सूरह मुल्क हिंदी में Surah Mulk Hindi Mai surah mulk in hindi pdf सूरह मुल्क की फ़ज़ीलत surah mulk hindi tarjuma ke sath PDF सूरह मुल्क का तर्जुमा हिंदी में


सूरह मुल्क (सूरह 67) क़ुरआन की एक अहम्  सूरह है, जो अल्लाह की महानता, उसकी ताकत  और पुनर्जीवन के दिन के बारे में बताती है। यह सूरह उन लोगों को नसीहत देती है जो अल्लाह की आयतों को झुठलाते हैं और उन लोगों के लिए राहत है जो ईमान लाते हैं।

    सूरह मुल्क हिंदी में

    • सूरह मुल्क कुरान में 29 पारे में है 
    • सूरह मुल्क 67 आयात पर मुशत मिल है 
    • सूरह मुल्क का माना बादशाहत होता है 

    अगर कोई बाद नमाजे ईशा के बाद रोजाना सूरह मुल्क की तिलावत करता है तो अल्लाह रब्बुल इज्जत अपने फजल से उसके कब्र में आसानी पैदा फरमाएगा और अल्लाह रब्बुल इज्जत अपने कर्म के सदके में उसके कब्र को जन्नत के बागों में से एक बाग बना देगा

    सूरह मुल्क हिंदी में लिखा हुआ  Surah Mulk Hindi Me

    बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम:

    • तबाराकल्लाजी बियादीहिल मुल्कु वहूवा अला कुल्ली शएंयिन कदीर।
    • अल्लजी खलाकल मौता वल हयाता लियाबलुवाकुम अय्यूकुम अहसानु अमाला अहुवल अज़ीजुल गफ़ूर।
    • अल्लजी खलाका सबाआ समावतिन तिबाका मा तरा फ़ी खलकिर रहमानी; मिन तफाउत फर्जियिल बसारा हल तरा मिन फुतूर।
    • सुम्मर जीयिल बसारा कर्ररतैनी यानकलीबु इलाईकल बसारू खाशिऔं वहूवा हसीर।
    • वलाक़द ज़य्यन्नस समााआद्दुनिया बिमासा बीहा वजा अलनहा रूजूमल लिश्शयातीन; वआ तदना लहुम अजाबस सईर
    • वालिल्लाजिना कफारू बिराब्बिहिम आजबु जहान्नमा वा बीसल मसीर।
    • इज़ा उलकू फीहा समिऊ लहा शहीकनवं वहिया तफूर।
    • तकादु तमाय्यजु मिनल गैज कुल्लमा उल्किया फीहा फौजुं सआलाहुम खाजानतुहा अलम यातिकूम नजीर।
    • कालू बला कद जाअना नजीरूं फकज़्ज़बना वकुलना मा नज्जलललाहू मिंन शय इन अंतुमइल्ला फी जलालिनं कबीर।
    • वकालु लव कुन्ना नस्मऊ औे नआकिलु मा कुन्ना फी असहाबिस सयीर।
    • फातराफु बिज़नंबिहिम फसुहकल लियसहाबिस सईर।
    • इन्नललजिना यख्शौना रब्बाहुम बिलगैबी लहुम मगफिरातुं वा अजरून कबीर।
    • वा असिर्रू कौलाकुम अविजहरु बिही इन्नहु अलीमुम बिजतिस सूदूर।
    • अला यालामु मन खलक़ वहुवल लतीफुल खबीर।
    • हुवललज़ी जाआला लकुमुल अर्जा जलूलन फामशू फी मनाकिबिहा वकुलू मिर रिज्किही वा इलैहिन नुशूर।
    • आ आमिंतुम मन फीस समाई अंय यखसिफा बीकुमुल अरजा फइज़ा हिया तमूर।
    • अम अमिंतुम मंन फिस्समाई अंय युरसिला अलैयकूम फइज़ा हासिबन फसातालामूना कईफा नज़ीर।
    • वलाकद कज्जबल्लजीना मिन क़ब्लिहिम फकईफ़ा काना नकीर।
    • अवालम यराऊ इलत्तयरी फौकाहुम साफ्फातिंव वयकबिज्न मा युम्सिकुहुन्ना; इल्लर रहमानु इन्नहु बिकुल्ल शैइंम बसीर।
    • अम्मन हाजल्लजी हुआ जुंदुल लकुम यनसुरुकुम मिन दूनिर रहमानी इनिल काफिरूना इल्ला फी गुरुर।
    • अम्मन हाजाल्लजी यार्जुकुकुम इन अमसका रिज्कहु बल लज्जु फी उतुव्विंव वा नुफ़ूर।
    • अफा मइंय यमशी मुकिब्बन अला वजहिहि अहदा अम्मय यमशी सविय्यन अला सिरतिम मुस्तकीम।
    • कुल हुवाल्लजी अंशाआकुम वजाअला लकुमु्स समआ वल अफइदता कलीलम मा तश्कुरून।
    • कुल हुवललजी ज़राआकुम फिल अरजी वईलईहि तुहशरून।
    • व या कूलूना मता हाज़ल वआदू इन कुंतुम सादिकीन।
    • कुल इन्नमल इलमु इंदाल्लाह वाइन्नमा अना नज़ीरुम्म मुबीन।
    • फलम्मा राऊहु जुलफतन सीअत वुजूहुल्लजीना कफ़ारू वकीला हजाल्लजी कुंतुम बिही तद्दाऊन।
    • कुल अराअयतुम इन अहलकानियल्लाहु वमम् मईया अव रहिमाना फामैययुजीरुल काफिरीना मिन अजाबिल अलीम। कुल
    • हुवार्रह्मानू आमन्ना बिही वाअलैहि तवाकल्लना फसातालमूना मन हुआ फ़ी जालालिम मुबीन।
    • कुल अराअयतुम इन असबहा मा ऊकुम गौरन फमैयांतिकुम बीमाइम्म मुबीन।


    सूरह मुल्क के फायदे:

    क़ब्र के अज़ाब से बचाव: हदीस में आता है कि जो शख्स हर रात इस सूरह की तिलावत करता है, वह क़ब्र के अज़ाब से महफूज़ रहेगा।

    शफाअत (सिफारिश) करने वाली: यह सूरह कयामत के दिन अपने पढ़ने वाले की सिफारिश करेगी।

    गुनाहों की माफी: इसे पढ़ने से गुनाह माफ होते हैं और अल्लाह की रहमत नसीब होती है।


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