बकरीद की नमाज़ पढ़ने का तरीका | Eid ul-Adha Ki Namaz Ka Tarika & Niyat Hindi
Eid ul-Adha Ki Namaz Ka Tarika – बकरीद की नमाज़ पढ़ने का सही तरीका, ईद की नमाज़ की नियत कैसे करें और Bakreed Namaz की दुआ जानें हिंदी में।
Read Moreनमाज़ का समय सूची | नमाज़ के समय की जानकारी | NAMAZ KA SAMAY SUCHI
Namaz ka Samay Jankari in Hindi-प्रिय इस्लामिक भाईयों, नमाज़ का समय मौसम, सूर्योदय और सूर्यास्त के आधार पर बदलता रहता है। इसलिए, यह ध्यान रखना जरूरी है कि यहां जो नमाज़ के समय दिए गए हैं, वे सामान्य मौसम के हिसाब से सही हैं
Read MoreWAZU KE MAKRUHAAT AUR FARZ,FARAIZ | वजू के मकरूहात और फर्ज़
Wazu ke Maruhaat Farz | वजू के मकरूहात और फर्ज़ – इस्लाम में वज़ू के दौरान मकरूह (नापसंद) काम और फर्ज़ (जरूरी) चीज़ों को जानें। गलतियों से बचें और नमाज़ की कुबूलियत के लिए सही वज़ू करें।
Read Moreग़ुस्ल के फ़र्ज़ और सुन्नत | Ghusl ke Farz aur Sunnat - इस्लामी पाकीज़गी का तरीका
Ghusl ke Farz aur Sunnat जानिए | ग़ुस्ल के फ़र्ज़, ग़ुस्ल के सुन्नत तरीक़े – इस्लामी पाकीज़गी का सही तरीका।
Read Moreतयम्मुम का बयान,वज़ू की सुन्नतें | Tayammum Ka Bayaan | Wazu Tootne Ki Wajeh | Wazu Ki Sunnatein in Islam
इस्लाम में वज़ू की सुन्नतें, वज़ू टूटने की वजहें और तयम्मुम का आसान बयान।
Read Moreमोहर्रम क्या है? | Muharram Tajiya का इतिहास | Ashura की हकीकत हिंदी में
MUHARRAM KAB MANYA JAATA HAI- मोहर्रम इस्लामी कैलेंडर का पहला महीना है, और यह एक पवित्र महीना माना जाता है। मोहर्रम का त्यौहार आमतौर पर मोहर्रम महीने के दसवीं तारीख को मनाया जाता है, जिसे आशूरा कहा जाता है मोहर्रम की तारीखें हर साल अलग-अलग होती हैं क्योंकि इस्लामी कैलेंडर एक चंद्रमा कैलेंडर है।
Read Moreकर्बला की जंग का इतिहास | Imam Hussain Ki Shahadat In Karbala
कर्बला की जंग एक मिसाल है sacrifice और इंसाफ की। इमाम हुसैन ने ज़ुल्म के ख़िलाफ़ अपनी जान देकर सच्चाई का पैग़ाम दिया।
Read Moreकर्बला के 72 शहीदों के नाम | Karbala Ke 72 Shaheedon Ke Naam | Imam Hussain Ke Saathi
Karbala Ke Veer Saheed कर्बला के 72 शहीदों के नाम,UNKI SAHADAT KA BAYAAN । इमाम हुसैन के साथ लड़ने वाले वीरों की कुर्बानी की कहानी
Read MoreTop मॉडर्न मुस्लिम लड़कों के नाम 2025 – Meaning full | Islamic Baby Names
इस्लाम धर्म में नाम का बहुत बड़ा महत्व होता है। हर बच्चे का नाम ऐसा होना चाहिए जो न केवल सुनने में सुंदर हो, बल्कि उसके अर्थ में भी अच्छाई और सकारात्मकता हो। अगर आप अपने नवजात बेटे के लिए एक प्यारा, आधुनिक और इस्लामी नाम ढूंढ रहे हैं,
Read More2025 के Top 50 मुस्लिम लड़कियों के नाम अर्थ सहित | Islamic Girls Name
अगर आप अपनी बेटी के लिए एक प्यारा, आधुनिक और इस्लामी नाम ढूंढ रहे हैं, तो नीचे दिए गए 50 नाम आपके लिए एक बेहतरीन कलेक्शन हैं। हर नाम के साथ उसका सुंदर और सकारात्मक अर्थ (Meaning) भी बताया गया है।
Read MoreAjmer Dargah History,Karamat – ख्वाजा गरीब नवाज़ की करामात व Urs Info
अजमेर दरगाह भारत के सबसे प्रसिद्ध सूफी तीर्थ स्थलों में से एक है, जो ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की मजार पर स्थित है। यह दरगाह न केवल धार्मिक रूप से, बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
Read MoreAbabeel Birds Story in Quran | अबाबील पक्षियों की कहानी Surah Al-Fil में
अबाबील पक्षियों की कहानी (Story of Ababeel Birds in Quran) इस्लामिक इतिहास की एक महत्वपूर्ण घटना है, जो कुरान की सूरह अल-फील (Surah Al-Fil) में वर्णित है। जब यमन का राजा Abraha काबा शरीफ पर हमला करने आया, तब अल्लाह ने अबाबील (Ababeel) नामक छोटे पक्षियों की एक फ़ौज भेजी, जिन्होंने आग जैसे पत्थरों की वर्षा कर उसकी पूरी सेना को नष्ट कर दिया। यह घटना न सिर्फ अल्लाह की शक्ति का प्रतीक है, बल्कि ईमान और यकीन की मिसाल भी है।
Read Moreक़यामत की निशानियाँ | Dajjal, Hazrat Isa, Jannat aur Jahannam ka bayaan
Qayamat Kiya hai-इस लेख में हम जानेंगे क़यामत (Judgement Day) के बारे में इस्लाम में क्या बताया गया है: क़यामत के संकेत, महत्वपूर्ण घटनाएँ, और बड़ी निशानियाँ। कुरान और हदीस में क़यामत का जिक्र गहराई से किया गया है और यह ईमान का एक अहम हिस्सा है।
Read Moreहज़रत अली की शान-Hazrat Ali, Imam Hasan, Imam Hussain aur Imamon ka Maqam | इस्लाम में इमामों की अहमियत
इस लेख में हम इस्लाम के उन महान व्यक्तित्वों का ज़िक्र करेंगे जिन्हें हज़रत इमाम अली कहा जाता है। ये सभी इमाम इस्लाम की हिफाज़त और उसके असली पैग़ाम को आगे बढ़ाने वाले अज़ीम रहनुमा रहे हैं।
Read Moreइस्लामी महीनों के नाम और उनका महत्व | 12 Islamic Months muslim festival in Hindi
इस्लामी कैलेंडर में 12 पवित्र महीने होते हैं, जो चंद्रमा के अनुसार चलते हैं। इन महीनों का धार्मिक Festival kab Hai, ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व है। इस लेख में हम इन सभी महीनों के नाम,Muslim Festival name उनकी विशेषताओं और धार्मिक घटनाओं की जानकारी देंगे।
Read Moreइस्लाम के पहले खलीफा की कहानी | Hazrat Abu Bakr Siddiq (RA) Biography in Hindi
Hazrat Abu Bakr Siddiq -हज़रत अबू बकर सिद्दीक (رضي الله عنه) इस्लाम के पहले खलीफा और पैगंबर मुहम्मद (صلى الله عليه وسلم) के सबसे करीबी साथियों में से एक थे। उनका जन्म 573 ईस्वी में मक्का में हुआ था।
Read Moreहज़रत उमर फारूक (RA) का जीवन | Hazrat Umar Farooq Biography in Hindi
Hazrat Umar Farooq in Hindi- हजरत उमर फारूक (رضي الله عنه) इस्लाम के दूसरे खलीफा और पैगंबर मुहम्मद (صلى الله عليه وسلم) के एक प्रमुख साथी थे। उनका जन्म 586 ईस्वी में मक्का में हुआ था।
Read Moreहज़रत उस्मान गनी (رضي الله عنه) का जीवन | Hazrat Usman Ghani Biography in Hindi
हजरत उस्मान गनी (رضي الله عنه) इस्लाम के तीसरे खलीफा और पैगंबर मुहम्मद (صلى الله عليه وسلم) के एक प्रमुख साथी थे। उनका जन्म 579 ईस्वी में मक्का में हुआ था।
Read Moreहज़रत अली (رضي الله عنه) का जीवन | Hazrat Ali History in Hindi
Hazrat Ali Ibn Abi Talib History in Hindi- हजरत अली इब्न अबी तालिब (رضي الله عنه) इस्लाम के चौथे खलीफा और पैगंबर मुहम्मद (صلى الله عليه وسلم) के एक प्रमुख साथी थे। उनका जन्म 599 ईस्वी में मक्का में हुआ था।
Read Moreबीवी और शौहर के हक़ | Biwi aur Shauhar ke Haq in Islam
Islam mein bibi aur shauhar ke haq aur farz kiya hai-इस्लाम में बीवी और शौहर के हक़ और फ़र्ज़, कुरान और हदीस की रौशनी में जानिए।
Read MoreMilad un Nabi 2025: ईद ए मिलाद उन नबी कब है और क्यों मनाया जाता है - Eid Milad-un-Nabi Kab Hai Aur Kyon Manaya Jata Hai Islam me
ईद ए मिलाद उईद ए मिलाद उन नबी (Eid Milad-un-Nabi) एक इस्लामी त्योहार है, जो पैगंबर मुहम्मद साहब के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह त्योहार इस्लामी कैलेंडर के तीसरे महीने रबी उल अव्वल की 12वीं तारीख को मनाया जाता है। जश्ने ईद मिलाद उन नबी में मुसलमान एक साथ आकर पैगंबर मुहम्मद साहब की जीवनी का अध्ययन करते हैं
Read Moreकिछौछा की दरगाह Mazar का इतिहास और मखदूम अशरफ की दरगाह पर भूत-प्रेत, टोना-टोटका से मुक्ति
Kichaucha Dargah-किछौछा की दरगाह का इतिहास, मखदूम शाह जलालुद्दीन की समाधि, धार्मिक महत्व, विशेषताएँ और सूफी साहित्य पर जानकारी। साथ ही जानिए मखदूम अशरफ की दरगाह पर भूत-प्रेत, टोना-टोटका, जादू-टोने से मुक्ति का महत्व।
Read Moreकुरआन कब नाज़िल हुआ? | Quran in Hindi, Quran Sharif
Quran in Hindi पढ़ने वालों के लिए यह जानना बेहद ज़रूरी है कि Quran Sharif की शुरुआत कब और कैसे हुई। History of Quran इस्लामिक इतिहास की सबसे पवित्र और प्रेरणादायक घटनाओं में से एक है।
Read MoreAdam Alaihis Salam Story in Hindi | जानिए Adam and Eve की असल कहानी
Adam अल्लाह द्वारा बनाए गए पहले इंसान और पहले नबी थे। Adam and Eve को जन्नत में बसाया गया जहाँ उन्हें हर तरह की सुविधा दी गई।अल्लाह ने Adam & Eve को मिट्टी से बनाया और उन्हें जन्नत में रखा।Shaitan ने उन्हें उस दरख्त का फल खाने के लिए बहकाया, जिसे खाने से मना किया गया था।
Read Moreईमान का बयान - IMAN KA BAYAN in Islam
IMAN- ईमान का मतलब होता है अल्लाह पर विश्वास और उसकी एकता को स्वीकार करना। इस्लाम में ईमान एक मूलभूत सिद्धांत है जो हर मुसलमान के लिए अनिवार्य माना जाता है। ईमान का बयान: “ला इलाहा इल्लल्लाह, मुहम्मदुर रासूलुल्लाह”
Read MoreShab e Meraj Ki Fazilat - शबे मेराज की फजीलत और कुरआनी हकीकत
Shab e Meraj Meaning-शबे मेराज इस्लामी इतिहास की एक चमत्कारी रात है, जिसमें पैगंबर मुहम्मद (ﷺ) को अल्लाह की ओर से एक विशेष यात्रा पर बुलाया गया। यह घटना रजब के महीने की 27वीं रात को हुई थी।
Read MoreShia aur Sunni Me Farq Kya Hai? | शिया और सुन्नी में क्या फर्क है?
इस्लाम धर्म दुनिया के प्रमुख धर्मों में से एक है, जो कई फिरकों में विभाजित है। इस्लाम में कुल 72 फिरके बताए गए हैं, लेकिन दो प्रमुख संप्रदाय हैं — शिया और सुन्नी। हालांकि Shia aur Sunni Muslims एक ही अल्लाह, कुरान और पैगंबर मुहम्मद ﷺ को मानते हैं, लेकिन इनके बीच धार्मिक और ऐतिहासिक मतभेद हैं। इस लेख में जानिए Shia vs Sunni में क्या अंतर है।
Read Moreआसमानी फरिश्तों के नाम | Four Angels in Islam in Hindi
फरिश्ते (Angels in Islam) इस्लाम में ईमान के 6 अरकान (Pillars of Faith) में से एक अहम हिस्सा हैं। Farishte अल्लाह की बनाई नूरानी मखलूक (light beings) हैं, जो सिर्फ Allah ke hukum पर काम करते हैं।
Read MoreMarhoom Ki Maghfirat Ki Dua | मरहूम की मगफिरत की दुआ
मरहूम की मगफिरत की दुआ (Dua Maghfirat) करना इस्लाम में एक बहुत बड़ा नेक काम है। जब कोई इंसान इस दुनिया से चला जाता है, तो उसके लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी चीज़ है दुआ। इस्लाम सिखाता है कि मरहूम के लिए मगफिरत की दुआ, सदका, कुरान की तिलावत और अच्छे काम उसकी आख़िरत को आसान बना सकते हैं।
Read MoreGause Paak Ki Karamaat | गौस-ए-पाक की करामतें और आध्यात्मिक जीवन
Gause Paak Ki Karamaat | गौस-ए-पाक की करामतें गौस-ए-पाक (रहमतुल्लाह अलैहि) एक महान सूफी संत और इस्लामी धर्म के प्रमुख व्यक्तित्व थे। उनका जन्म 1111 ईस्वी में ईरान के गज़नी में हुआ और उन्होंने अपनी करामतें (Miracles), आध्यात्मिक शक्तियां और शिक्षाओं से लाखों मुसलमानों के दिलों को रोशन किया।
Read MoreFitra in Islam | फितरा और Zakat ul Fitr का महत्व
Fitra in Islam (फितरा क्या है?) | Zakat ul Fitr Fitrah (फितरा in Islam) इस्लाम का एक अहम हिस्सा है। इसे Zakat ul Fitr भी कहा जाता है जो रमजान के महीने के आखिर में ईद-उल-फितर के दिन अदा किया जाता है। यह गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए दिया जाने वाला अनिवार्य दान (charity) है।
Read MoreShabe Qadr Ki Fazilat | 27th Shab-e-Qadr Meaning (Hindi & Urdu)
Shabe Qadr (शबे कदर) इस्लाम की सबसे मुबारक रातों में से एक है। इसे Laylatul Qadr भी कहा जाता है। इसका अर्थ है – "कदर की रात" या "मूल्यवान रात"। यह रात रमजान के आखिरी अशरे (last 10 days of Ramadan) में आती है और विशेषकर 27th Shab e Qadr को सबसे ज्यादा अहम माना जाता है।
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