कब्र पर फातिहा पढ़ने का सही तरीका हिंदी | Qabar Par Fatiha Padhne Ka Tarika

फातिहा पढ़ने का आसान तरीका हिंदी में
सबसे पहले बिस्मिल्लाह हिररहमानिररहीम पढ़ें
Qul Aoozu birabbil falaq min sharri maa khalaq wamin sharree gasiqin iza waqab wamin sharrinnaffa saati fil uqad wamin sharree hasidin iza hasad
قل اعوذ برب الفلق من شر ما خلق ومن شر غاسق اذا وقب ومن شر النفاثات في العقد ومن شر حاسد اذا حسد
क़ुल अऊज़ू बिरबिन्नस मालिकिन्नास इलाहिन्नस मिन शर्लि वासवासिल खन्नास अल्ल जी युवसविसू-फी-सुदूरिननास मिनल -जिननती -वननास
Qul aoozoo brabinna malikinnas ilahinnas min sharril waswasilkhannas allazee ywaswisoo fee sudorinnas minal jinnatee wannas
قل اعوذ برب الناس ملك الناس اله الناس من شر الوسواس الخناس الذي يوسوس في صدور الناس من الجنه والناس
अल्हम्दु लिल्लाहि रबिल आल मीन अररहमान निररहीम मालि की यउमीद दीन इययाका नाबुदू व इययाका नसतईन इहदिनससिरातल मुसतक़ीम सिरातललज़ीन अनअमत अलैहिम ग़ैरिल मग़दूबी अलैहिम वलददाललीन
Alhamdulillahi rabbil alamin ar Rahman Rahim Mali ki yah ummiden iyyaka naabudoo waiyyaka nastaeen ihdinassratal mustaqeem siratallazeena anamta alaihim gairil magdoobee alaihim waladdalleen
الحمد لله رب العالمين الرحمن الرحيم مالك يوم الدين اياك نعبد واياك نستعين اهدنا الصراط المستقيم صراط الذين انعمت عليهم غير المغضوب عليهم ولا الضالين
अलिफ़ लाम मीम ज़ालीकल किताबों ला रेबा फीह-हुदललिल-मततक़ीन -अललज़ीन-यूमिनूना-बिलग़ैबी-व-युक़ीमूनससलाता-विममा-रज़क़नाहुम-युनफिक़ून-वललजीना-युमिनूना-बिमा -उनजिला-इलैका वमा उन -ज़िला-मिन क़बलिक-वबिल-आखिरती-हुम "यूक़िनून -उलाइका-अला-हुदम-मिरबबिहिम-वउलाइका-हुमुल-मुफलिहून
Ali laam meem zaalikal kitaabu la raiba feeh hudallil bumttaqaeen allazeen yumenoona bil gaibee wauqeemoonassalata wamimma razaqnahum yunfiqoon wallazaina yuminoona bima unzila ilaika wama unzila min qabilka wabil aakhirati hum yuqinoon ulaaika alaa hummirrabbihim waulaaika humul muflihoon
الف لام ميم ذلك الكتاب لا ريب فيه هدى المتقين الذين يؤمنون بالغيب ويقيمون الصلاه ومما رزقناهم ينفقون والذين يؤمنون بما انزل اليك وما انزل من قبلك وبالاخرتهم يوقنون اولئك على هدى من ربهم واولئك هم المفلحون
या अल्लाह जो कुछ भी मैंने पढ़ा जो कुछ भी मैंने किया इसे तू कबूल फरमा इसका जवाब सबसे पहले हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहु अलेही वसल्लम की बारगाह में पेश करते हैं कबूल फरमा फिर उसके बाद 124000 या कमोबेश कम 224000 रसूल की बारगाह में पेश करते हैं कबूल फरमा फिर उसके बाद साहाबा शुहदा सालीहीन तबैन खुलफा राशिदीन की बारगाह में पेश करते हैं कबूल फरमा अब जिस मजार के सामने आप हो या जी क़बर
के सामने आप खड़े हो उसका नाम ले और उसको सवाब पहुंचने के लिए दुआ मांगे फिर अपने लिए अपनी भलाई के लिए अपने कारोबार के लिए अपने औलाद के लिए अपने आप को नेक बनाने के लिए दुआ मांगे फिर अल्लाह से इस दुआ को कबूल होने के लिए फिर से एक दुआ मांगे फिर अपनी जबान के हिसाब से अपनी लैंग्वेज के हिसाब से दुआ मांगे अल्लाह ने चाहा तो आपकी दुआ कबूल होगी
यह रहा सबसे आसान तरीका दुआ मांगने का उम्मीद है आपको हमारी यह खिदमत पेश अच्छी लगी होगी हमसे जुड़े रहने के लिए हमारी वेबसाइट पर विकसित करें शुक्रिया धन्यवाद
सूचना: कब्रिस्तान में जाने से पहले कब्र वालों को सलाम करें
अस्सलाम वालेकुम या अहलल क़ुबूर
किसी मजार पर जाएं तो अस्सलाम वालेकुम या साहिब मजार