तरावीह नमाज़ का तरीका | Taraveeh Ki Namaz Ka Aasan Tareeqa
मेरे प्यारे इस्लामी भाइयों और बहनों इस्लाम में नमाज़ को सबसे ज़्यादा अहमियत दी जाती है क्योंकि यही इबादत इंसान को अल्लाह रब्बुल इज्जत के करीब ले जाती है। तरावीह नमाज़ रमज़ान के पाक महीने में पढ़ी जाने वाली एक खास सुन्नत नमाज़ है।
आइए जानते हैं हिंदी में तरावीह नमाज़ पढ़ने का सही तरीका।
तरावीह नमाज़ का तरीका-
- 4 रकात नमाज़ इशा की सुन्नत पढे
- 4 रकात इशा की फर्ज़ नमाज़ पढे
- 2 रकात इशा की सुन्नत नमाज़ पढे
- 2 रकात इशा की नफल नमाज़ पढे
- २x२x२x2x२x२x२x2x2x2= 20 रकात सुन्नत तरावीह पढे
- 3 रकात नमाज़ वित्र पढे, (तकबीरो के साथ)
- 2 रकत की नफ्ल नमाज़ इशा पढे
- इस तरह आपकी मुकम्मल इशा की और तरावीह की नमाज हो जाऐगी
तरावीह की नीयत- Taraveeh Namaz ki Niyat kaise kare
नीयत की मैने 2 रकात नमाज़ सुन्नत मुअक्कीदा तरावीह की वास्ते अल्लाह तआला के मुँह मेरा काबा शरीफ की तरफ अल्लाहु अकबर
तरावीह की नमाज़ कैसे पढ़े -
- अब आपने नीयत कर ली
- अल्लाह अकबर कहते हुए दोनो हाथो को कानो की तरफ ले जाते हुए के बीच बाँधले के नीचे बाँध ले
- इसके बाद सना पढे
- सुब्हानका अल्लाहुम्मा, वा बिहमदीका, वा तबारकास्मुका, व तआला जद्दूका, व ला इलाहा गैरूका
- सना पढ़ने के बाद इमाम साहब की तिलवात सुने
- हर चार (4) रकात के बाद तरावीह की दुआ पढे
- दुआ आखिर मे दिया है
- तरावीह की नमाज़ 20 रकात की होती है जिसे इस तरह से पढ़े
- 2+2=4 फिर तरावीह की दुआ पढे
- 2+2=4 फिर तरावीह की दुआ पढे
- 2+2=4 फिर तरावीह की दुआ पढे
- 2+2=4 फिर तरावीह की दुआ पढे
- 2+2=4 फिर तरावीह की दुआ पढे
तरावीह नमाज़ का आसान तरीका -(For Women)
- सबसे पहले औरत तरावीह नमाज की नियत इस तरह करें
- नियत की मैंने दो रकात नमाज़ सुन्नत तरावीह की मुवक्किदा
- वास्ते अल्लाह तआला के, वक्त इशा का , मुहं मेरा कअ बा शरीफ़ की तरफ़
- अल्लाहु अकबर” कह कर हाथ सीने के ऊपर रख लेना है
- फिर सना, सूरह फातिहा, सूरह इखलास पढ़े
- सना: सुबहा-न-क अल्लाहुम्मा व बिहम्दिक, व तबा-र-कस्मु-क , व तआला जद्दुक, व ला इला-ह -गेरू-क
- सूरह फातिहा: अलहम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन अर्रहमान निर्रहीम
- मालिकी यौमेद्दीन इय्याका नाबुदु व इय्याका नस्तईन
- इहदिनस सिरातल मुस्तकीम सिरातल लजिना अन अमता
- अलैहिम ग़ैरिल-मग़दूबि अलैहिम वलद्दाल्लीन”- आमीन
- सूरह इखलास: कुल हुवल्लाहु अहद
- अल्लाहुस समद,
- लम यलिद वलम यूलद
- वलम यकुल्लहू कुफुवन अहद
- इसके बाद “अल्लाहु अकबर कहते हुए रुकुअ में चले जाएँ
- रूकुअ में 3 बार सुबहा-न-रब्बियल अजीम पढ़े
तरावीह नमाज की दुआ पढे- Tarawih Namaz ki Dua Pade
सुब्हा-नल मलिकिल क़ुद्दूस सुब्हान ज़िल मुल्कि वल म-ल कूत, सुब्हा-न ज़िल इज्जती वल अज़मति वल-हैबति वल क़ुदरति वल-किब्रियाइ वल-जबरुत
सुब्हा-नल मलिकिल हय्यलि-लजी ला यनामु व ला यमूत,सुब्बुहुन कुद्दूसुन रब्बुना व रब्बुल मलाइकति वररुह अल्लाहुम्मा अजिरना मिनन्नारि या मुजीरु या मुजीरु या मुजीर
DUA IN ENGLISH:
- Subhanal Malikil Quddoos
- Subhana zil Mulki wal Malakuti
- Subhana zil izzati wal azmati
- wal haibati wal Qudrati wal Kibriyai wal jabaroot
- Subhanal Malikil hayyil lazi la yanamu wala yamoot
- Subbuhun, Quddusun, Rabbuna Rabbul malaai kati warrooh
- Allahumma Ajirna Minan naari
- Ya mujeero, Ya mujeero, Ya mujeer
DUA IN ARABIC
- سبحان الملك القدوس سبحان ذي الملك والملكوت
- سبحان ذي عزتي والازمه والهيبه والقدره والكبرياء والجبروت
- سبحان الملك الحي الذي لا ينام ولا
- يموت سبوه قدوس ربنا ورب الملائكه والروح
- اللهم اجرنا من النار يا مجير يا مجير يا مجير
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