WAZU KE MAKRUHAAT AUR FARZ,FARAIZ | वजू के मकरूहात और फर्ज़

wazu ke farz makrohaat

Wazu ke Makruhaat aur Farz वजू के मकरूहात और फर्ज़ — नमाज़ की कुबूलियत के लिए ज़रूरी बातें

वजू के मकरूहात और फर्ज़ — नमाज़ की कुबूलियत के लिए ज़रूरी बातें

प्यारे इस्लामी भाइयों और बहनों,

आज हम आपको वज़ू (Wazū) के मकरूहात और फर्ज़ के बारे में बताएँगे। वज़ू, नमाज़ का दरवाज़ा है — और जब यह दरवाज़ा सही तरीके से ना खुले, तो इबादत भी मुकम्मल नहीं होती। इसलिए, हमें यह जानना बेहद ज़रूरी है कि वज़ू करते समय किन चीज़ों से बचना चाहिए (मकरूहात) और कौन-कौन से काम फर्ज़ हैं जिन्हें पूरा करना ज़रूरी है।

अगर वज़ू में कोई फर्ज़ छोड़ दिया जाए या मकरूह अमल किया जाए, तो हमारी नमाज़ ख़राब हो जाती है अल्लाह ताला के यहाँ। इस पोस्ट में हम इन दोनों अहम हिस्सों को सरल और साफ़ लफ़्ज़ों में आपके सामने पेश करेंगे।

वजू मकरूह होने की कुछ बातें यह हैं:

  • बुर्के में वजू करना: अगर कोई व्यक्ति बुर्के में वजू करता है, तो यह मकरूह माना जाता है।,
  • जूतों में वजू करना: अगर कोई व्यक्ति जूतों में वजू करता है, तो यह मकरूह माना जाता है।
  • कपड़ों में वजू करना जो गंदे या मैले हों: अगर कोई व्यक्ति गंदे या मैले कपड़ों में वजू करता है, तो यह मकरूह माना जाता है।
  • वजू के दौरान बातचीत करना: अगर कोई व्यक्ति वजू के दौरान बातचीत करता है, तो यह मकरूह माना जाता है।
  • वजू के दौरान किसी और काम को करना: अगर कोई व्यक्ति वजू के दौरान किसी और काम को करता है, तो यह मकरूह माना जाता है।
  • औरत के बचे हुए गुसल या वजू के पानी से वजू करना इन बातों से वजू मकरूह हो जाता है
  • पीछे के मकाम से हवा खारिज होने से वजू जाता है यानी मकरूह हो जाता है
  • वजू के कतरत् को वजू के बर्तन में टपकना वजू मकरूह हो जाता है
  • वजू के कतरे को मस्जिद के अंदर टपकना वजू मकरूह हो जाता है
  • नापाक जगह पर वजू बनाना वजू मकरूह हो जाता है
  • नापाक जगह पर वजू का पानी बहाना वजू मकरूह हो जाता है
  • किबला की तरफ कुल्ली करना या नाक या ख्याखार थूकना वजु मकरूह हो जाता है
  • ज्यादा पानी खर्च करना वजू मकरूह हो जाता है
  • इतना कम पानी खर्च करना की सुन्नत बिना अदा हो वजू मकरूह हो जाता हैं
  • एक हाथ से मुंह धोना वज़ू मकरूह हो जाता है
  • वजू की सुन्नत को छोड़ देने से वजू मकरूह हो जाता है
  • मुंह पर पानी मारना वजू मकरूह हो जाता है
  • वजू की फर्जें ये हैं:

    • चेहरा धोना: चेहरे को पानी से धोना फर्ज है, जिसमें आंख, नाक, और मुंह शामिल हैं।
    • हाथ धोना: दोनों हाथों को कोहनी तक धोना फर्ज है।
    • सर पर मसह करना: सर के बालों पर पानी से मसह करना फर्ज है।
    • पैर धोना: दोनों पैरों को टखनों तक धोना फर्ज है।
    •  इन फर्जों को पूरा करने के लिए वजू की निम्नलिखित शर्तें भी पूरी होनी चाहिए:

    • पानी का पाक होना
    • शरीर के अंगों को पानी से धोना
    • वजू के दौरान नीयत का होना
    • वजू के दौरान किसी भी तरह की रुकावट का न होना

     वजू के बाद दुआ करना भी सुन्नत है, जैसे कि:

    • अश्हदु अन ला इलाह इल्लल्लाह, व अश्हदु अन्ना मुहम्मदन अब्दुहु व रसूलुहु।

    इसका तर्जुमा:

    • मैं गवाही देता हूं कि अल्लाह के अलावा कोई और इबादत के लायक नहीं है, और मैं गवाही देता हूं कि मुहम्मद अल्लाह के बन्दे और रसूल हैं।

    DUA IN ENGLISH

    • Ashhadu an la ilaha illallah, wa ashhadu anna Muḥammadan abduhu wa rasulu

    Meaning in english:

    • I bear witness that there is no god but Allah, and I bear witness that Muhammad is His servant and Messenger.

    मेरे प्यारे इस्लामी भाइयों और बहनों हमने आपको इस पोस्ट में इस तहरीर में वजू में कमी आने वाली चीज या यूं कह लीजिए मकरू कर देने वाली चीजों ,वजू की फर्जें को साफ लफ्जों में हमने बयान किया है हमें उम्मीद है कि आप लोग इन चीजों से बचेंगे परहेज करेंगे और अपनी वजू को मुकम्मल करके अल्लाह के इबादत करेंगे

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