Milad un Nabi 2025: ईद ए मिलाद उन नबी कब है और क्यों मनाया जाता है - Eid Milad-un-Nabi Kab Hai Aur Kyon Manaya Jata Hai Islam me
ईद ए मिलाद उईद ए मिलाद उन नबी (Eid Milad-un-Nabi) एक इस्लामी त्योहार है, जो पैगंबर मुहम्मद साहब के जन्मदिन के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह त्योहार इस्लामी कैलेंडर के तीसरे महीने रबी उल अव्वल की 12वीं तारीख को मनाया जाता है। जश्ने ईद मिलाद उन नबी में मुसलमान एक साथ आकर पैगंबर मुहम्मद साहब की जीवनी का अध्ययन करते हैं ..
Read MoreFitra in Islam | फितरा और Zakat ul Fitr का महत्व
Fitra in Islam (फितरा क्या है?) | Zakat ul Fitr Fitrah (फितरा in Islam) इस्लाम का एक अहम हिस्सा है। इसे Zakat ul Fitr भी कहा जाता है जो रमजान के महीने के आखिर में ईद-उल-फितर के दिन अदा किया जाता है। यह गरीबों और जरूरतमंदों की मदद के लिए दिया जाने वाला अनिवार्य दान (charity) है।..
Read MoreGause Paak Ki Karamaat | गौस-ए-पाक की करामतें और आध्यात्मिक जीवन
Gause Paak Ki Karamaat | गौस-ए-पाक की करामतें गौस-ए-पाक (रहमतुल्लाह अलैहि) एक महान सूफी संत और इस्लामी धर्म के प्रमुख व्यक्तित्व थे। उनका जन्म 1111 ईस्वी में ईरान के गज़नी में हुआ और उन्होंने अपनी करामतें (Miracles), आध्यात्मिक शक्तियां और शिक्षाओं से लाखों मुसलमानों के दिलों को रोशन किया।..
Read MoreMarhoom Ki Maghfirat Ki Dua | मरहूम की मगफिरत की दुआ
मरहूम की मगफिरत की दुआ (Dua Maghfirat) करना इस्लाम में एक बहुत बड़ा नेक काम है। जब कोई इंसान इस दुनिया से चला जाता है, तो उसके लिए सबसे ज़्यादा ज़रूरी चीज़ है दुआ। इस्लाम सिखाता है कि मरहूम के लिए मगफिरत की दुआ, सदका, कुरान की तिलावत और अच्छे काम उसकी आख़िरत को आसान बना सकते हैं।..
Read Moreआसमानी फरिश्तों के नाम | Four Angels in Islam in Hindi
फरिश्ते (Angels in Islam) इस्लाम में ईमान के 6 अरकान (Pillars of Faith) में से एक अहम हिस्सा हैं। Farishte अल्लाह की बनाई नूरानी मखलूक (light beings) हैं, जो सिर्फ Allah ke hukum पर काम करते हैं।..
Read MoreShia aur Sunni Me Farq Kya Hai? | शिया और सुन्नी में क्या फर्क है?
इस्लाम धर्म दुनिया के प्रमुख धर्मों में से एक है, जो कई फिरकों में विभाजित है। इस्लाम में कुल 72 फिरके बताए गए हैं, लेकिन दो प्रमुख संप्रदाय हैं — शिया और सुन्नी। हालांकि Shia aur Sunni Muslims एक ही अल्लाह, कुरान और पैगंबर मुहम्मद ﷺ को मानते हैं, लेकिन इनके बीच धार्मिक और ऐतिहासिक मतभेद हैं। इस लेख में जानिए Shia vs Sunni में क्या अंतर है।..
Read MoreShab e Meraj Ki Fazilat - शबे मेराज की फजीलत और कुरआनी हकीकत
Shab e Meraj Meaning-शबे मेराज इस्लामी इतिहास की एक चमत्कारी रात है, जिसमें पैगंबर मुहम्मद (ﷺ) को अल्लाह की ओर से एक विशेष यात्रा पर बुलाया गया। यह घटना रजब के महीने की 27वीं रात को हुई थी।..
Read Moreईमान का बयान - IMAN KA BAYAN in Islam
IMAN- ईमान का मतलब होता है अल्लाह पर विश्वास और उसकी एकता को स्वीकार करना। इस्लाम में ईमान एक मूलभूत सिद्धांत है जो हर मुसलमान के लिए अनिवार्य माना जाता है। ईमान का बयान: “ला इलाहा इल्लल्लाह, मुहम्मदुर रासूलुल्लाह”..
Read MoreAdam Alaihis Salam Story in Hindi | जानिए Adam and Eve की असल कहानी
Adam अल्लाह द्वारा बनाए गए पहले इंसान और पहले नबी थे। Adam and Eve को जन्नत में बसाया गया जहाँ उन्हें हर तरह की सुविधा दी गई।अल्लाह ने Adam & Eve को मिट्टी से बनाया और उन्हें जन्नत में रखा।Shaitan ने उन्हें उस दरख्त का फल खाने के लिए बहकाया, जिसे खाने से मना किया गया था।..
Read Moreकुरआन कब नाज़िल हुआ? | Quran in Hindi, Quran Sharif
Quran in Hindi पढ़ने वालों के लिए यह जानना बेहद ज़रूरी है कि Quran Sharif की शुरुआत कब और कैसे हुई। History of Quran इस्लामिक इतिहास की सबसे पवित्र और प्रेरणादायक घटनाओं में से एक है।..
Read Moreकिछौछा की दरगाह Mazar का इतिहास और मखदूम अशरफ की दरगाह पर भूत-प्रेत, टोना-टोटका से मुक्ति
Kichaucha Dargah-किछौछा की दरगाह का इतिहास, मखदूम शाह जलालुद्दीन की समाधि, धार्मिक महत्व, विशेषताएँ और सूफी साहित्य पर जानकारी। साथ ही जानिए मखदूम अशरफ की दरगाह पर भूत-प्रेत, टोना-टोटका, जादू-टोने से मुक्ति का महत्व।..
Read MoreShabe Qadr Ki Fazilat | 27th Shab-e-Qadr Meaning (Hindi & Urdu)
Shabe Qadr (शबे कदर) इस्लाम की सबसे मुबारक रातों में से एक है। इसे Laylatul Qadr भी कहा जाता है। इसका अर्थ है – "कदर की रात" या "मूल्यवान रात"। यह रात रमजान के आखिरी अशरे (last 10 days of Ramadan) में आती है और विशेषकर 27th Shab e Qadr को सबसे ज्यादा अहम माना जाता है।..
Read Moreअजान का मतलब, महत्व और फायदे - Azaan Meaning, Importance & Benefits in Islam
अजान (अरबी: أَذَان) इस्लाम में एक बहुत महत्वपूर्ण धार्मिक कृत्य है, जिसका उद्देश्य पाँच समय की नमाज के लिए लोगों को बुलाना है। यह मस्जिद से उच्च स्वर में दी जाती है ताकि आस-पास के लोग उसे सुन सकें और नमाज के लिए इकट्ठा हो सकें। अजान के शब्दों में अल्लाह की एकता, मुहम्मद (स.) की पैगंबरी और नमाज की महत्वपूर्णता का संदेश दिया जाता है।..
Read Moreऔरत की नमाज का तरीका | Aurat Ki Namaz Ka Tarika in Hindi
औरतों की नमाज का तरीका पुरुषों की नमाज के तरीके से थोड़ा अलग होता है। यहाँ औरतों की नमाज का तरीका बताया गया है:..
Read MoreJumma Ki Fazilat | कुरआन और हदीस से
कुरआन में जुम्मा के दिन की नमाज के बारे में दो प्रमुख आयतें आती हैं- सूरह अल-जुमुआ, आयत 9: "हे ईमान वालो! जब जुम्मा के दिन की नमाज के लिए आज़ाद किया जाए, तो अल्लाह की याद में जल्दी चले जाओ और व्यापार को छोड़ दो। यह तुम्हारे लिए बेहतर है।" ..
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